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Showing posts from 2020

Short poem on Indian Army Soldier in Hindi

. Liptkar tirange Mai jaunga Ghus kar Tere Ghar main Marunga,  Das das ko ek sath Marunga, Khun ki  aakhri bund Tak ladunga,  War pith par nhi karunga, Goli sene pe khaunga,  Liptkar tirange Mai jaunga, Hokar Shahid gav ko lotunga.... Tab Tak Aakhe bhi nhi mitenge, Jab Tak na Dekh lu lehrate tirange ko... Tab Tak Jaan ko thamb kar rakhenge, Yamraj ko bhi rok kar rakhenge, Sunkar jaygosh ke nare, Sukun se jaan ko chhodunga, Liptkar tirange Mai jaunga, Hokar Shahid gav ko lotunga..... लिपटकर तिरंगे में जाऊंगा घूस कर तेरे घर मैं मारूंगा, दस दस को एक साथ मारूंगा, खून की आखरी बूंद तक लड़ूंगा, वार पीठ पर नहीं करूंगा गोली सिने पे ही खाऊंगा,  लिपटकर तिरंगे में जाऊंगा, होकर शहीद गांव को लौटूंगा...... तब तक आंखे भी नहीं मिटेंगी,  जब तक ना देख ले लहराते तिरंगे को.... तब तक जान थांब कर रखेंगे,  यमराज को भी रोक कर रखेंगे, सुनकर जयघोष के नारे,  सुकून से जान को छोड़ूंगा, लिपटकर तिरंगे में जाऊंगा, होकर शहीद गांव को लौटूंगा......                    - अक्षय कदम Short Hindi poem on Indian sol

Irshad Kamil Poetry Shayari Nazams and Filmy Songs

Irshad Kamil Poetry Shayari Nazams and Songs Irshad Kamil is an Indian poet and lyricist. He has written books of his Poetry and Nazams. Irshad Kamil poetry is one of the best poetry. Born On - 5th Sep 1971   Malerkotla from Punjab  You see, Irshad Kamil songs in Bollywood films - Aashiqui 2 Love Aaj Kal Love Aaj Kal 2 Rockstar Tamasha Raanjhanaa Jab Harry Met Sejal Highway Jab We Met Once Upon In Mumbai Ajab Prem Ki Gajab Kahani And many more films  Irshad Kamil Poetry and Shayari Khayalon ka shehar… Tu jaane tere hone se hi aabaad hai Hawayein haq mein… Wohi hai aate jaate jo tera naam le - Irshad Kamil Poetry         Hawayein Milke bhi, hum na mile,  Tum se na jaane kyun.  Meelon ke, hai faasle,  Tum se na jaane kyun - Irshad Kamil Poetry         AGPK Mausam Ke Azaad Parindey, Haathon Mein Hai Uske Ya Woh Bahaaron Si Hai Sardi Ki Woh Dhoop Ke Jaisi,  Garmi Ki Shaam Hai Pehli Puhaaron

Marathi Kavita blog Marathi Kavita on DJ

. कोणत बी गान वाजुदे आता... डी जे वाला हाय आज फुल टू जोमात पोरं बी सारी नाचत्यात फुल टू जोरात... कोणत बी गान वाजुदे आता, टाकून आलाय थोडी ह्यो आता..... डीजे वाजतोय माग ह्याच्या, बग ह्यो नचतोय कस बी आता...... आलाय ह्यो आता कापड पांढरी घालून, वडत्यात ह्याला आता सारी हाताला धरून, ईकड तिकड बगून ह्यो.....   नाचतोय फक्त हाथ वर करून...... डिजे वाला वाजीवतोय गाणी लय भारी, नागीण डान्स करत्यात पोरं बी सारी, गान वाजत रहुंदे आता....  मामा बी नाचायलाय फुल टू भारी.....

Biography of Javed sahab and his famous Shayari

Biography of Javed Akhtar sahab and his famous Shayari Biography of Javed Akhar ji Gwalior 17 Jan 1945   Javed Akhtar is an Indian poet, lyricist, and screenwriter. He is one of the most successful scriptwriters of Bollywood. Some of his most successful works were in the late 1970s and 1980s as a script Writter. He is a recipient of the Padma Bhushan Padma Shri, the Sahitya Akademi Award as well as five National Film Awards.     Most popular Hindi Shayari of Javed Akhtar sahab Javed  Akhtar Shayari on Love  खुला  है दर प तिरा इंतिज़ार जाता रहा ख़ु लूस तो है मगर ए’तिबार जाता रहा दुख के जंगल में फिरते हैं कब से मारे मारे लोग जो होता है सह लेते हैं कैसे हैं बेचारे लोग अगर पलक पे है मोती तो ये नहीं काफ़ी हुनर भी चाहिए अल्फ़ाज़ में पिरोने का Javed Akhtar Hindi  Shayari  एक ये दिन जब अपनों ने भी हम से नाता तोड़ लिया एक वो दिन जब पेड़ की शाख़ें बोझ हमारा सहती थीं तुम ये कहते हो कि मैं ग़ैर हूँ फिर भी शायद निकल आए कोई पहचान ज़रा देख तो लो हम तो

Motivational hindi poem Motivational poem Ummed Poetry

. उम्मीद हमे कहा कुछ खबर हैं, आगे क्या होगा, जो होगा जैसा भी होगा, कोशिशो से हमारे होगा, हम तो रात के अंधेरो मैं चांद की परछाई धुंडणे नीकले है कोशिशो से अपनी तकदिर लिखने निकलें हैं.. मुसीबतों से डरना कहा हसकर मिलना है, जीने का क्या जी तो ऐसे भी जी रहे है, हमें तो करोड़ों तारो में से सिर्फ़ एक तारा लाना है, कदम से कदम मिलाकर आसमा के साथ चलना है... हमने सुना है उम्मीद पर दुनिया कायम हैं, पत्थर दिल की दुनिया में दिल ढूंढना हैं , हवा को बस मैं नहीं पर मोड़ सकते है, खुशबू थोड़ी सी उसमे घोल सकते है.... जिन्दगी छोटी सी है जी कर बितानी है, उम्मीद हम खुद से ही लगाए रखें हैं, यहां पाप करकर गंगा में धोने की बात करते है, ओर ये जन्नत छोड़कर जन्नत जाने की सोचते है....                                     - अक्षय कदम

Kerala's Silent Valley Forest, Kerala pregnant elephant

. इंसानियत की तलाश इतनी भूक तो वो सेह लेती, पर बात उसके बच्चे की थी, छोड़ कर वो घर निकली, ढूंडने खाना इंसान की गली, भरोसा उसको बहुत ही था, जो दिया वो खा लिया.......... दर्द कितना हुआ होगा उसे, नहीं जताया कुछ भी उसने, ताकत तो इतनी थी की, चाहे तो पूरा तेहस नेहस करती, पर वो कुछ कम पढ़ी थी, इन्सान कुछ ज्यादा ही पढ़े है..... तलाश में पानी के निकल पड़ी, खड़ी हो गई पानी के बीच में, दर्द का कहा वो सोच रही थी, दिल और दिमाग में बस बच्चे की बात थी..... हा वो इंसान ही थे उसे बचाने गए थे, पर अब भरोसा उसे अपनों पर भी नहीं था, शर्म अब इंसान को कहा है आती, सर उसने खुद ही पानी में छिपा लिया था.... शायद बच्चे के खातिर वो खड़ी होगी, हा वो भी तो एक मा ही थी, दर्द तो पूरा सेह लेती, पर जान तो बच्चे में ही अटकी थी, किया है ये किसी इंसान ने ही, पर बदनाम आज पूरी इंसानियत हुई है.......!!!!                                              - अक्षय कदम

Father's day special Hindi poem on papa

. पापा का प्यार दरवाजे पर नज़रे टिकाए रहते थे, राह उनकी शाम होते ही देखते थे, सोचता हूं में अब ये सब, वो मेरे अजीब से इशारे कैसे समजते थे...।। बचपन में पीठ पर बैठकर घूमे है, कांधे पर सिर रखकर गोदी में सोये हैं, मगते ही कभी कुछ नहीं दिया, अहमियत वक्त और चीजों की बताई है..।। प्यार तो करते होंगे वो बहुत, पर आंखो से ही डरा देते है, हमने तो प्यार जताया ही नहीं, और गले लगाया तो सालो हो गए..।। दुनिया में प्यार पापा का सबसे अलग हैं, पर दूरियां क्यों इतनी बड़ी है पापासे, वो जताते नहीं और बताते कभी नहीं, प्यार मां सा वो भी करते है...।। बचपन में प्यार पापा का अच्छा लगता है, फिर वही प्यार फर्ज लगता हैं , नहीं समझ आएगा इस उम्र में ये हमें, शायद बेटे से बाप बनना पड़ेगा हमें...।।                        -  अक्षय कदम

Manoj Muntashir Songs, poetry, shayri, Biography

Bollywood Film Lyricist Poetry Shayri Writter                 Manoj Muntashir: The Poetic Maestro of Bollywood Manoj Muntashir ( Manoj Shukla ) Manoj Muntashir Manoj Muntashir biography  Born              26  February 1976                       Gauriganj, Amethi, UP           Age                44 Nationality    Indian   Occupation   Lyricist, Poetry Writter Best of Manoj Muntashir  He is from Gauriganj, Amethi, Utarpradesh. At the start of his carriar, he wrote many reality shows like Kon Banega Corodpati (  KBC ) India's Got Talent ( IGT ) etc. When Teri Gallia Song was released from a  movie ek villain, he got fame and that song has been composed and sung by Ankit Tiwari. He has written a book named 'Meri Fitrat Hai Mastana' and this book showing a very good response and this book is available on Amazon. Click Here to Buy  From Amazon  Manoj Muntashir: The Poetic Maestro of Bollywood In the enchanting realm of Indian ci

Beat of Gulzar Ji Poems, Nazams, poetry, Shayri

Famous Gazals, Nazams, Poetry, Shayri, Love Poetry of Gulzar Ji  Gulzar Ji गुलज़ार जी Gulzar Ji Film maker, lyricist and  writer.  Awarded by Dada Sahab Phalke award. गुलजार जी का पूरा नाम समपूरन सिंह कालरा है। हिन्दी फ़िल्म के जाने-माने गीतकार हैं। उनका जन्म      - 18 अगस्त 1936 में हुआ उनका उपनाम   - गुलज़ार है गुलज़ार जी की कुछ प्रमुख फिल्मी रचनाएं-  Gulzar Ji songs lyrics - कुछ प्रसिद्ध गज़ले Famous Gazals of Gulzar Koyi atka hua hai pal shayad Zindagi yun hui basar tanha Phul ne tahni se udne ki koshishs ki Hawa ke sing na pakdo khaded deti Be sabab muskura raha hai chand Dard halka hai sans bhaari hai Woo khat kee purze udaa raha thaa Bite rishte talash karti hain Phulon ki tarah lab khol kabhi Kanch ke pichhe chand bhi tha aur  Dikhai dete hain dhund mein jaise sae Sham see aaj sans bhari hain Koyi khamosh zakhm lagti hain Sahma sahma dara sas rahta hain Tujhko dekha hai joo dariya nee idhar Jab bhi

Mother's day special poem in Hindi, Hindi poem on maa

माँ लिखु क्या मैं माँ के लिए, कर दिया शुक्रिया अदा खुदा का.... नाज़ करता होगा भगवान भी खुदपर, देख कर रूप माँ का जमी पर.....।। बताऊं कैसे प्यार माँ का,  पड़ जाए समंदर भी कम,  आकाश भी छोटा पड़ जाए ,,,,  कर लेती है कैसे वो प्यार इतना होटों पे रक के मुस्कान,  छुपा लेती हैं दर्द वो सारा,  कापती होगी लहरे भी समंदर की,  देख कर आंखो में आसू मा के !!! लिखु तो क्या लिखूं मैं माँ के लिए, कर दिया शुक्रिया अदा खुदा का..... करता होगा नाज़ भगवान भी खुदपर, देख कर रूप माँ का जमी पर....।। लड़ना सिखाया है खुदसे,  जितना हरबार ही नहीं,  पड़ता है हारना भी कभी, छोड़कर मैदान तू भागना नहीं.....! अगर लड़ा है तू पूरा,  मेरे लिए तू हार कर है जीता.... अब लिखु क्या मैं माँ के लिए, कर दिया शुक्रिया अदा खुदा का..... करता होगा नाज़ भगवान भी खुदपर, देख कर रूप माँ का जमी पर.... जन्नत है चरणों में उसके, गंगा सी पवित्र है माँ, सपने छोड़कर उसके, सपने जीती है वो हमारे, सिखाया है चलना उंगली पकड़कर,  गिरकर उड़ना सिखाया है, रक जमी पर पैर, छूना आसमान को सिखाया है, क्या लिखूं मैं माँ के लिए, कर दिया शुक्रिया अदा खुदा का..

Hindi poems, Poetry Marathi Kavita corona virus

. ओर एक हीरो सरहाना सब कर रहे हैं, पोलीस ओर डॉक्टरस की.., इस बीच एक हीरो को, भूल रहे हम सब हैं......!!!! लगाकर बाजी जान की, साथ दे रहे है पुरा, हो चाहे रस्ते पर, या हो अस्पताल मैं, आधे से ज्यादा विषाणू, तो वो भी मार रहे हैं .., हा वो भी एक हीरो है, जिसे हम सब भूल रहे हैं.......!!!! घर उनको भी है जाना... काल वापिस फिरसे हैं आना... करणे गंदगी साफ वो सारी.. डालके जान अपनी जोखीम मे... बचा रहे हैं जान हमारी, हा वो भी एक हीरो हैं, जिसे हम सब भूल रहे हैं.....!!!!                            - अक्षय कदम

Shayad

. Shayad शायद  शायद किताब के आखरी पन्नो को पता था,  प्यार तूमसे हुवा है मुझे.... लडने लगा था खुदसे ही मैं, पसंद ना आयेगां ये वो उसे... जान ने लगा था मैं खुद को ज्यादा, दोस्ती आयने से करने लगा था मैं.... तडप रहे हैं हम पास रहकर इतना, बात करने, मिलने एकबार उसे.... वो तरसता होगा कितना मिलने जमी को, हो रहा है महसुस दर्द आसमा का,  बनकर बारीश मिलने आता होगा, बहाके अश्क सारे याद मे जमी के.... दोस्ती करनी है बालो से तुम्हारी, जो सता रहे है बारबार तुम्हे.... हा दोस्ती करनी है बालो से तुम्हारी, जो सता रहे है बारबार तुम्हे....  जवाब देना है उन हवा वो को,  जो छूकर आकर तुम्हे, बहुत चिडाती है हमे.....                          - अक्षय कदम

शिकवण भीमाची

. शिकवण भीमाची नाही डगमगले कधीच ते, लडले एकटेच ते साऱ्यांशी... मिळवून दिलाय हक्क जगण्याचा,  लडून त्यांनी साऱ्या जगाशी... शिक्षण हे वाघिणीचे दूध हाये,  उगीच नाही म्हणल माझ्या भिमान,   ज्ञानाच प्रतीक बनून ,  सिद्ध करून दाखवल माझ्या भिमान .... खुल केलं ते चवदार तळ,  घेऊन ओंजळीत पाणी.... करून सत्याग्रह चवदार तळ्याचा,  मिळून दिलाय हक्क पाण्याचा,  दुबळा झाला होता समाज सारा,  बोटाला धरून चालायला शिकवलय,  हातात न देता हत्यार त्यांनी,  देऊन लेखनी लढायला शिकवलय.... रचला इतिहास त्यांनी,  बनुनी शिल्पकार संविधानाचे..... दिलीया ताकत  दाखवून त्यांनी,  ताकत त्या लेखणीची...                            - ........ डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर, Dr. Babasaheb Ambedkar, Bhim Jaynti 2022, bhim Jaynti status, 

Majha Hoshil Na

. माझा होशील ना !!! तु म्हणशील तस वागीन मी, फक्त हृदयात दे जागा थोडी... सतत त्रास देणारे केस मागे सारत, असाच हवासा त्रास तू देशील का... माझा होशील ना साथ देशील ना.....  डोळ्यात डोळे घालून हातात हात देऊन, स्वतःच वचन मागत वचन देणारी... साथ आयुष्य भर देशील ना, न सांगता समजून तू घेशील ना, माझा होशील ना साथ देशील ना.....  हृदय जरी माझं असल, तरी नाही एकत माझं, नाही होणार प्रेम परत मला... स्वप्नात पण नाही सोडू शकत तुला.... गाठ आयुष्याची बांधायची सोबत तुझ्या, तुझ्या मागे नाही सोबत चालायचंय... माझा होशील ना साथ देशील ना.....  जपलेला प्रत्येक क्षण हा आयुष्याचा, सोबत तुझ्याच घालवलेल्या असावा... डोळे मिटताना पण शेवटचे, हातात हात तुझाच असावा.... माझा होशील ना साथ देशील ना....                                     -अक्षय कदम 

Khaki

. Khaki Hath main liye danda, Muah par lagaye mask, Badan pr pehne Vardi, Na khana , na Pina, Hai dhup main rehate khade, Karte suraksha apni, Hai unka bhi Ghar, Jana unko bhi ghar, Yaad hai unko farj, Farj apne apna desh se, Nahi sunoge tum agar, nikloge Bahar gharse apne, Nhi shauk unko marna, Raste par chalte har ko... Do unka sath sab, Rehkar apne Ghar par, Nhi bita sakte samay wo Ghar main, Kar rahe suraksha apni, Rehakr khade dhup main,                                 -Aksha Kadam खाकी हाथ में लिये डंडा,                  मुह पर लगाये मास्क,            बदन पर पहने वर्दी,                        ना खाना, ना  पिना,                  है धूप में खडे रेहते,              करते सुरक्षा अपनी,                  है उनका भी घर!                  जाना हैं उनको घर.....                याद हैं उनको फर्ज,              फर्ज अपना अपने देश से.....        नही सूनोगे तुम अगर,,        निकलोगे बाहर घरसे अपने,  नही शौक उनको मारना,   

Jab Apna Time Aayega

. Jab Apna Time Aayega!! Ha beshakk aaj jaroor haare hai, Par hosla abhi bahut baki hai,,, Pana hai jise hum pa kar rahenge chahe tu ya na,,,,  Par hum us wakt ko bhi rok ke rakhenge, Jab Apna Time Aayega!! Ae wakt kiye hai tumne kitne  wade, Na poora kar saka hai tu na main,,,, Chal to rahe the hum  safar mai sath sath Par kab hame  pechhe chod nikal gaya aage, Par ye wakt lunga hisaab tumse har us  Lamhe ka, Jab ApnaTime Aayega !!! Hawa ki tarha beh raha hu darbadar..... Na mil rahi Jami na kinara, Dekhe Jo the  sapne karne hai hasil sach main,,,, Kuch poore ho gaye hai kuch hai abhi baki,,,    Main to us Hawa ko bhi kaid karunga mutthi main,   Jab Apna Time Aayega!!!!                                                              -Akshay Kadam जब अपना टाईम आयेगा !! हा बेशक आज जरुर हारे हैं, पर होसला अभी बहोत बाकी हैं... पाना हैं जीसे पा कर रहेंगे,

Hindi poems, Shayri, WhatsApp status

. सवेरा कर लिये हे दरवाजे बंद उसने, इतना नाराज हैं वो हमसे हालात देख के दुसरे देशो की, दिल धडकता कम डर ता ज्यादा है कब गुंजेगी वो आवाजे फिरसे, फेरीवालो की, सबजीवालो की! मैदान भी बंजर से पडे है, ना कोई कीलकिलात ना शोर! अच्छा लगा था जब छुटीया मिली, पर अब याद दोस्तों की सताने लगी... अंधेरा सा छा गया है आज, पर सवेरा भी होगा, और सूरज भी निकलेगा, खुले आसमा के नीचे फिरसे, गाडी पर अपने गलियोसे घुमेंगे.. रस्ते पर खडे किसी ठेले पर, वडापाव, चाट का मजा भी लेंगे.. हा सवेरा भी होगा, सूरज भी निकलेगा, पट्री पर लोकल फिरसे दोडने लगेगी, थमी मुंबई फिरसे भागने लागेगी, होठो पे मुस्कान फिरसे छाने लागेगी ||||                                    - अक्षय कदम